पूर्वी दिल्ली के अलग 2 मोहल्लो में जिस तरह की दंगाई भीड़ का जनता को सामना करना पड़ा वह भयानक था । लोगों ने अपने को इतना असुरक्षित इससे पहले शायद ही कभी महसूस किया हो । दिल्ली के दंगों के बाद गांधीवादी चिंतक, विचारक और दूसरे संगठनों नेशनल मूवमेंट फ्रंट आदि संगठनो के लोग ने उन इलाकों में राहत सामग्री के साथ गए । लोगों के दर्द को सुना समझा। इन लोगों मे अटल तिवारी भी शामिल थे। वहाँ की सच्चाई उनही की जुबान मे सुनिए । #दिल्लीकेदंगे#दिल्लीकीजमीनीहकीकत#अटलतिवारी